Shodashi - An Overview
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॥ अथ श्रीत्रिपुरसुन्दरीचक्रराज स्तोत्रं ॥
नवयौवनशोभाढ्यां वन्दे त्रिपुरसुन्दरीम् ॥९॥
कामेश्यादिभिरावृतं शुभ~ण्करं श्री-सर्व-सिद्धि-प्रदम् ।
ह्रींमन्त्रान्तैस्त्रिकूटैः स्थिरतरमतिभिर्धार्यमाणां ज्वलन्तीं
पद्मरागनिभां वन्दे देवी त्रिपुरसुन्दरीम् ॥४॥
चतुराज्ञाकोशभूतां नौमि श्रीत्रिपुरामहम् ॥१२॥
यह शक्ति वास्तव में त्रिशक्ति स्वरूपा है। षोडशी त्रिपुर सुन्दरी साधना कितनी महान साधना है। इसके बारे में ‘वामकेश्वर तंत्र’ में लिखा है जो व्यक्ति यह साधना जिस मनोभाव से करता है, उसका वह मनोभाव पूर्ण होता है। काम की इच्छा रखने वाला व्यक्ति पूर्ण शक्ति प्राप्त करता है, धन की इच्छा रखने वाला पूर्ण धन प्राप्त करता है, विद्या की इच्छा रखने वाला विद्या प्राप्त करता है, यश की इच्छा रखने वाला यश प्राप्त करता है, पुत्र की इच्छा रखने वाला पुत्र प्राप्त करता है, कन्या श्रेष्ठ पति को प्राप्त करती है, इसकी साधना से मूर्ख भी ज्ञान प्राप्त करता है, हीन भी गति प्राप्त करता है।
ब्रह्माण्डादिकटाहान्तं जगदद्यापि दृश्यते ॥६॥
They were also blessings to achieve materialistic blessings from distinct Gods and Goddesses. For his consort Goddess, he enlightened people Using the Shreechakra and in order to click here activate it, 1 has to chant the Shodashakshari Mantra, which is also referred to as the Shodashi mantra. It is said to be equivalent to all of the sixty four Chakras put with each other, as well as their Mantras.
हस्ते पाश-गदादि-शस्त्र-निचयं दीप्तं वहन्तीभिः
प्रणमामि महादेवीं मातृकां परमेश्वरीम् ।
संकष्टहर या संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत विधि – sankashti ganesh chaturthi
ब्रह्माण्डादिकटाहान्तं तां वन्दे सिद्धमातृकाम् ॥५॥
Hadi mantras are noted for their electric power to purify and are generally useful for cleansing rituals and preparatory techniques.